Cm Yogi का सख्त रुख: खाद्य पदार्थों में मिलावट के खिलाफ निर्णायक कदम: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जूस, दाल और रोटी जैसी दैनिक उपभोग की वस्तुओं में मानव अपशिष्ट या गंदगी की मिलावट को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। उन्होंने इसे समाज के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए अत्यंत घातक और वीभत्स कृत्य करार दिया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाएं प्रदेश में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी, और इस दिशा में कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
आम जनता के स्वास्थ्य पर मंडराता खतरा
योगी आदित्यनाथ ने जोर देते हुए कहा कि जूस, दाल और रोटी जैसी दैनिक उपभोग की वस्तुओं में गंदगी की मिलावट समाज के स्वास्थ्य के साथ एक गंभीर खिलवाड़ है। इस तरह की हरकतें आम आदमी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं और लंबे समय में गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह घटनाएं बेहद वीभत्स हैं और किसी भी सभ्य समाज में इन्हें स्वीकार नहीं किया जा सकता।
खान-पान के प्रतिष्ठानों की सघन जांच का आदेश
मुख्यमंत्री ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए प्रदेशभर में सघन जांच अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी होटलों, ढाबों, रेस्टोरेंट और अन्य खान-पान के प्रतिष्ठानों की गहन जांच की जाएगी। इसके साथ ही, इन प्रतिष्ठानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों और संचालकों का सत्यापन किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता को समय पर पकड़ा जा सके।
सीसीटीवी से निगरानी अनिवार्य
सीएम योगी ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी खान-पान के प्रतिष्ठानों में सीसीटीवी कैमरों की अनिवार्यता होनी चाहिए। न केवल ग्राहकों के बैठने वाले स्थानों पर, बल्कि रसोई और अन्य महत्वपूर्ण हिस्सों में भी सीसीटीवी कवरेज सुनिश्चित किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सीसीटीवी की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रहे और आवश्यकता पड़ने पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ साझा की जाए। इससे न केवल प्रतिष्ठानों की निगरानी में पारदर्शिता आएगी, बल्कि किसी भी संभावित संदिग्ध गतिविधि को समय रहते पकड़ा जा सकेगा।
ढाबों और रेस्टोरेंट्स की कड़ी निगरानी
योगी आदित्यनाथ ने ढाबों, रेस्टोरेंट और अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों पर भी सख्त निगरानी रखने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेशव्यापी अभियान चलाकर इन प्रतिष्ठानों के संचालकों और कर्मचारियों का सत्यापन किया जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, पुलिस और स्थानीय प्रशासन की संयुक्त टीम यह सुनिश्चित करेगी कि किसी भी प्रतिष्ठान में नियमों का उल्लंघन न हो। यह टीम प्रतिष्ठानों की गहन जांच करेगी और मिलावट या गंदगी की किसी भी घटना पर तुरंत कार्रवाई करेगी।
स्वास्थ्य-सुरक्षा के लिए नियमों में सख्त बदलाव
सीएम योगी ने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में स्वास्थ्य-सुरक्षा से जुड़े नियमों को और अधिक सख्त बनाया जाए। उन्होंने कहा कि खान-पान के प्रतिष्ठानों में स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। खाद्य पदार्थों की तैयारी और परोसने के समय यह सुनिश्चित किया जाए कि संबंधित व्यक्ति मास्क और ग्लव्स का अनिवार्य रूप से उपयोग करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही के लिए कोई जगह नहीं होगी, और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाएगा बर्दाश्त
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि आम जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि जो लोग मानव अपशिष्ट या गंदगी की मिलावट कर आम आदमी के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाद्य पदार्थों से जुड़ी हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाए और किसी भी तरह की गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई हो।
नियमों की सख्ती और तत्काल कार्रवाई
सीएम योगी ने खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमों को व्यवहारिकता को ध्यान में रखते हुए और अधिक सख्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नियमों की अवहेलना किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि खाद्य पदार्थों से जुड़ी सभी गतिविधियों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर मुख्यमंत्री की विशेष नजर
मुख्यमंत्री ने अपने निर्देशों में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को सख्त कदम उठाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता का स्वास्थ्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन को निर्देश दिया कि खान-पान के प्रतिष्ठानों की जांच करते समय खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
मास्क और ग्लव्स का अनिवार्य उपयोग
सीएम योगी ने खान-पान के प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए मास्क और ग्लव्स के उपयोग को अनिवार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों की तैयारी और सेवा के समय स्वच्छता के मानकों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि खाद्य पदार्थों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण में तैयार किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की मिलावट या गंदगी की कोई संभावना न रहे।
आम जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य की सुरक्षा को अपनी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताते हुए कहा कि इसके लिए किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि प्रदेशभर में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और स्वच्छता को सर्वोच्च स्तर पर बनाए रखा जाए, ताकि जनता के स्वास्थ्य के साथ कोई भी खिलवाड़ न हो सके।
कठोरतम कार्रवाई की चेतावनी
सीएम योगी ने अपने निर्देशों में यह भी साफ किया कि जो लोग खाद्य पदार्थों में गंदगी या मानव अपशिष्ट जैसी घिनौनी हरकतों में लिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ करने वाले व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह सख्त रुख स्पष्ट करता है कि उनकी सरकार आम जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने खान-पान की वस्तुओं में मिलावट जैसी घिनौनी गतिविधियों को रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उनके इन सख्त निर्देशों से यह संदेश स्पष्ट है कि प्रदेश में स्वास्थ्य-सुरक्षा से जुड़े नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा, और इसके उल्लंघन पर तुरंत और कठोर कार्रवाई की जाएगी।
 
			








