Mohali News: मोहाली के गांव में लागू हुए सख्त नियम! गुटखा-बीड़ी बैन और रात 9 बजे से बाहर निकलना मना,जानें 11 महत्वपूर्ण नियम

Mohali News: मोहाली के गांव में लागू हुए सख्त नियम! गुटखा-बीड़ी बैन और रात 9 बजे से बाहर निकलना मना,जानें 11 महत्वपूर्ण नियमपंजाब के खरड़ के जंडपुर में बीड़ी, सिगरेट और पान-गुटखा के सेवन पर कड़ी पाबंदी लगा दी गई है। इस आदेश के तहत, नागरिकों को 11 नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा, जो कि बोर्ड पर स्पष्ट रूप से दर्शाए गए हैं। इन नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। इसके अलावा, अन्य राज्यों के निवासियों के लिए रात 9 बजे के बाद बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है।

Realme 13 Pro 5G: अत्याधुनिक डिज़ाइन और फीचर्स, 30 हजार के अंदर

यह कदम स्वास्थ्य और सुरक्षा को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से उठाया गया है, और सभी नागरिकों से अपील की जाती है कि वे इन नियमों का गंभीरता से पालन करें। जंडपुर की इस नई नीति को लागू करने से क्षेत्र में स्वच्छता और अनुशासन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सभी के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित हो सके।

Mohali latest news in hindi

मोहाली: पिछले हफ्ते गांव मुधों संगतियां में कुछ स्थानीय निवासियों ने अन्य राज्यों के लोगों के गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की बात की थी। अब खरड़ के गांव जंडपुर में भी एक नया आदेश जारी किया गया है।

Jaipur Hotel Hyatt Theft Case में 1 करोड़ 44 लाख की धांसू चोरी: CCTV में कैद हुई पूरी वारदात, देखिए चोरों का दिल दहला देने वाला कारनामा!

mohali latest news

यहां की नौजवान सभा ने गांव के प्रमुख स्थानों पर विशेष बोर्ड लगाए हैं, जिन पर लिखा गया है कि अन्य राज्यों के लोगों को गांव में निवास करने के लिए 11 आवश्यक नियमों का पालन करना होगा। यह नियम गांव की सुरक्षा और शांति सुनिश्चित करने के लिए हैं।

मोहाली के जंडपुर में लिखे बोर्ड पे ये 11 नियम

यहां बोर्ड पर 11 प्रमुख नियमों को स्पष्ट रूप से दर्शाया गया है। इसके बावजूद, अन्य प्रांतों के लोगों से संबंधित मामलों में पुलिस और प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। नगर परिषद खरड़ के वार्ड नंबर 4 के पार्षद और जंडपुर गांव की युवा सभा के सदस्य, गोविंदर सिंह चीमा ने इस पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उन्होंने गांव के अन्य स्थानीय लोगों के साथ मिलकर यह निर्णय लिया है।

यह निर्णय मुख्य रूप से सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से लिया गया है। गोविंदर सिंह चीमा ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, गांव के निवासी इस निर्णय पर सहमत हुए हैं। यह निर्णय स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों से उचित कार्रवाई की अनुपस्थिति के चलते लिया गया है।

Bajaj Chetak 3201 स्पेशल एडिशन: भारतीय बाजार में 1.29 लाख में मिलेगें लेटेस्ट एडवांस फीचर्स!

इस निर्णय के माध्यम से, स्थानीय समुदाय सुरक्षा उपायों को सुदृढ़ करने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गांव में कानून और व्यवस्था बनाए रखी जाए और सुरक्षा से संबंधित किसी भी समस्या का समाधान हो सके। यह पहल न केवल स्थानीय लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, बल्कि समाज में सुरक्षा की भावना को भी सुदृढ़ करने का प्रयास करती है।

इस बोर्ड पर 11 महत्वपूर्ण नियमों की सूची प्रदर्शित की गई है, जिन्हें सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लागू किया गया है। हालांकि, अन्य प्रांतों के निवासियों के संदर्भ में ऐसे मामलों के बावजूद पुलिस और प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। इस संदर्भ में, नगर परिषद खरड़ के वार्ड नंबर 4 के पार्षद और जंडपुर गांव की नौजवान सभा के सदस्य, श्री गोविंदर सिंह चीमा ने जानकारी दी है कि गांव के अन्य निवासियों के साथ मिलकर उन्होंने ये नियम निर्धारित किए हैं।

इन नियमों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य गांव में सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना है। निम्नलिखित नियम लागू किए गए हैं:

Durgesh Nai: कौन हैं, कहाँ रहते हैं और कैसे पाई उन्होंने प्रसिद्धि?

  1. पुलिस वेरिफिकेशन: गांव में निवास करने के लिए पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि केवल पृष्ठभूमि जांच किए गए और विश्वासयोग्य लोग ही गांव में रह सकें।
  2. रात्री प्रतिबंध: रात के नौ बजे के बाद किसी भी व्यक्ति को गांव के बाहर जाने की अनुमति नहीं होगी। यह नियम रात के समय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए है।
  3. पान, गुटखा और बीड़ी पर रोक: गांव में पान, गुटखा और बीड़ी का सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है, ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और सार्वजनिक असुविधा को रोका जा सके।
  4. कमरे में संख्या सीमा: एक कमरे में दो से अधिक लोगों के रहने की अनुमति नहीं होगी। यह नियम सुरक्षित और स्वच्छ रहने की स्थिति सुनिश्चित करने के लिए है।
  5. वस्त्र पर प्रतिबंध: गांव में कम कपड़े पहनने पर पाबंदी है, ताकि सांस्कृतिक और सामाजिक मानदंडों का पालन किया जा सके।
  6. पेयजल कनेक्शन: प्रति घर केवल एक ही पेयजल कनेक्शन प्रदान किया जाएगा, जिससे जल की अधिकतम उपयोगिता सुनिश्चित की जा सके।
  7. किन्नरों को बधाई: गांव में बधाई के रूप में किन्नरों को 2100 रुपये देने की व्यवस्था की गई है। यह एक सामाजिक पहल है जो सम्मान और सहायता प्रदान करती है।
  8. वाहन पार्किंग: वाहनों को केवल निर्धारित पार्किंग स्थान पर खड़ा करने की अनुमति होगी। सड़क या गली में वाहनों की पार्किंग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, जिससे यातायात और सार्वजनिक स्थान की व्यवस्था बनी रहे।

इन नियमों का उद्देश्य गांव में सुरक्षा, स्वास्थ्य, और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना है, और इन्हें लागू करने से गांव की जीवनशैली और समाजिक अनुशासन में सुधार होने की उम्मीद है।

Leave a Comment