Mobile Tower Installation Fraud: हाल के समय में मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर ठगी के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं। ये ठग अनजान नंबरों से कॉल कर आपको आपकी खाली जमीन या घर की छत पर मोबाइल टावर लगवाने का ऑफर देते हैं और इसके बदले भारी किराया और अन्य फायदे देने का वादा करते हैं। लोगों को फंसाने के लिए यह एक नया और आकर्षक तरीका बन चुका है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि इस तरह की ठगी से कैसे बचा जा सकता है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप अपने पैसे और समय की हानि से बच सकें।
क्यों बढ़ रहे हैं मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन फ्रॉड?
मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर ठगी का सबसे बड़ा कारण यह है कि लोग जल्दी से पैसा कमाना चाहते हैं और बिना कुछ किए किराए के रूप में अच्छा-खासा पैसा पाना चाहते हैं। ठग इस चाहत का फायदा उठाते हैं और उन्हें खाली जगह या घर की छत पर मोबाइल टावर लगवाने का झूठा लालच देते हैं। ज्यादातर मामलों में लोग इस बात को नहीं समझ पाते कि मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के लिए सख्त नियम होते हैं, और इसे कोई भी सामान्य व्यक्ति आसानी से नहीं कर सकता।
फ्रॉड करने का तरीका कैसे काम करता है?
- अनजान कॉल से संपर्क
सबसे पहले आपको एक अनजान नंबर से कॉल आता है, जिसमें कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को किसी टेलीकॉम कंपनी का प्रतिनिधि बताता है। वह कहता है कि आपकी खाली जगह पर मोबाइल टावर लगवाया जाएगा और इसके बदले आपको हर महीने अच्छा-खासा किराया मिलेगा। - लुभावने वादे
कॉल करने वाला व्यक्ति विभिन्न लाभों का जिक्र करता है जैसे कि मुफ्त बिजली, समय-समय पर बोनस, और मासिक या वार्षिक किराया। यह सब सुनकर लोग आकर्षित हो जाते हैं और इसके झांसे में आ जाते हैं। - पर्सनल जानकारी और दस्तावेज की मांग
आपको यकीन दिलाने के बाद ठग आपके कुछ जरूरी डॉक्युमेंट्स और पर्सनल जानकारी मांगते हैं, जैसे कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, जमीन के कागजात, आदि। इस जानकारी का उपयोग वे अन्य गलत कामों में करते हैं। - रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान
एक बार जब आप जरूरी जानकारी शेयर कर देते हैं, तो वह आपसे “रजिस्ट्रेशन शुल्क” के नाम पर एक छोटी रकम जमा करने के लिए कहता है। कहा जाता है कि यह रकम फाइल प्रोसेसिंग और जमीन का सर्वेक्षण करने के लिए जरूरी है। - फर्जी दस्तावेज देना
ठग कभी-कभी लोगों को फर्जी एनओसी (No Objection Certificate) या अन्य दस्तावेज भी भेजते हैं, जिससे लोग इसे सही मान लेते हैं और और पैसे देने को तैयार हो जाते हैं।
इस तरह के फ्रॉड से कैसे बचें?
1. अनजान कॉल्स पर यकीन न करें
अगर आपके पास किसी अनजान नंबर से कॉल आता है और वह आपको टावर इंस्टॉलेशन का ऑफर देता है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं। बिना पूरी जानकारी के ऐसे किसी भी कॉल पर भरोसा न करें।
2. निजी जानकारी न दें
कभी भी अपनी जमीन की डिटेल्स, आधार कार्ड, पैन कार्ड या अन्य पर्सनल जानकारी को कॉल करने वाले के साथ शेयर न करें। यह आपकी सुरक्षा और गोपनीयता के लिए बेहद जरूरी है।
3. पैसे की मांग होने पर सतर्क रहें
अगर कॉल करने वाला आपसे रजिस्ट्रेशन शुल्क या अन्य किसी शुल्क की मांग करता है, तो इसे धोखा समझें और तुरंत मना करें। टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के लिए पैसे नहीं मांगती हैं।
4. फर्जी एनओसी पर न करें भरोसा
कई बार ठग आपको फर्जी एनओसी भेज सकते हैं ताकि आप इस फ्रॉड को असली मान लें। ध्यान रखें, असल में टावर इंस्टॉलेशन के लिए कोई एनओसी की जरूरत नहीं होती है।
5. पुलिस में शिकायत दर्ज करें
अगर आपको किसी फ्रॉड का अंदेशा होता है, तो इसकी जानकारी तुरंत अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में दें। इससे अन्य लोगों को भी इस फ्रॉड से बचने में मदद मिल सकती है।
ट्राई (TRAI) का क्या कहना है?
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने भी इस तरह के फ्रॉड पर सख्त कदम उठाने की बात कही है। TRAI का कहना है कि वह किसी भी तरह के मोबाइल टावर लगाने के काम में नहीं आता और न ही उसकी ओर से इस तरह के कॉल किए जाते हैं। टावर लगवाने के संबंध में सभी जरूरी नियम TRAI की वेबसाइट पर दिए गए हैं।
TRAI की मुख्य बातें:
- TRAI खुद किसी मोबाइल टावर के इंस्टॉलेशन का काम नहीं करता।
- TRAI के नाम पर आने वाले फर्जी कॉल्स पर यकीन न करें।
- टावर इंस्टॉलेशन के लिए कोई एनओसी (NOC) जरूरी नहीं है।
क्यों जरूरी है सतर्कता?
सतर्कता ही ऐसे फ्रॉड से बचने का सबसे बड़ा हथियार है। ठग हमेशा ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं, जो जल्दी पैसा कमाने के लिए किसी भी ऑफर पर भरोसा कर लेते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप खुद इस तरह के फ्रॉड के प्रति जागरूक रहें और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें।
याद रखें:
- किसी भी तरह का ऑफर हमेशा वास्तविक नहीं होता है।
- अगर ऑफर सच होने के लिए बहुत अच्छा लगे, तो इसे एक बार जरूर जांच लें।
- इंटरनेट पर मौजूद संसाधनों का उपयोग कर आप किसी भी टेलीकॉम कंपनी की असल वेबसाइट पर जाकर उसकी नीतियों के बारे में जान सकते हैं।
फ्रॉड रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
सरकार और टेलीकॉम कंपनियां इस तरह के फ्रॉड को रोकने के लिए कई प्रयास कर रही हैं।
- सख्त कानून: सरकार ने ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ सख्त कानून बनाए हैं और इसके लिए पुलिस और साइबर क्राइम सेल को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं।
- ग्राहक जागरूकता अभियान: टेलीकॉम कंपनियां और TRAI समय-समय पर ग्राहक जागरूकता अभियान भी चलाते हैं ताकि लोग ऐसे फ्रॉड से बच सकें।
- साइबर अपराध की रिपोर्टिंग: लोग अब ऑनलाइन या अपने नजदीकी साइबर क्राइम सेल में भी ऐसी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।
ठगी से बचने का एकमात्र उपाय – जागरूकता
मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन के नाम पर होने वाली ठगी से बचने का सबसे बड़ा हथियार है सतर्कता और जागरूकता। बिना किसी पुख्ता जानकारी के कभी भी अपनी पर्सनल डिटेल्स शेयर न करें और किसी भी अनजान ऑफर पर तुरंत भरोसा न करें।
अंततः, अगर इस तरह का कोई ऑफर आता भी है, तो उसे अच्छी तरह जांचें और सरकार के नियमों का पालन करें। अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें ताकि यह ठगी रुक सके और आपका समय व पैसा सुरक्षित रह सके।
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