Mehsana News: गुजरात के मेहसाणा जिले के कादी तालुका के जासलपुर गांव के पास एक निजी कंपनी में निर्माणाधीन दीवार गिरने से 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई है। यह घटना मेहसाणा मुख्यालय से लगभग 37 किलोमीटर दूर कडी कस्बे के पास हुई, जिसने पूरे इलाके में शोक और स्तब्धता का माहौल बना दिया है। इस दर्दनाक हादसे में अब भी कई मजदूर मलबे में फंसे हो सकते हैं, जिनकी तलाश के लिए प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया है। मौके पर पुलिस बल और एंबुलेंस तैनात कर दी गई है और राहत-बचाव कार्य जारी है।
घटना का विवरण | Details of the Incident
यह भीषण घटना तब हुई जब मेहसाणा जिले के कडी के जासलपुर गांव के पास स्थित स्टील आईनॉक्स स्टेनलेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निर्माण कार्य के दौरान दीवार गिर गई। जानकारी के मुताबिक, मजदूर दीवार का निर्माण कर रहे थे कि अचानक मिट्टी की चट्टान गिर गई, और लगभग 10 मजदूर मलबे में दब गए। दुर्घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर जेसीबी और अन्य राहत उपकरण पहुंचाए, जिससे फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेज़ी से शुरू हो सका।
पुलिस और प्रशासन ने किया राहत कार्य शुरू | Police and Administration Begin Rescue Operations
मेहसाणा जिले के पुलिस प्रमुख तरूण दुग्गल ने बताया कि इस भयंकर हादसे में सात मजदूरों की जान चली गई है और अन्य घायल मजदूरों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस और राहत कर्मियों की एक टीम घटनास्थल पर मौजूद है और राहत कार्य युद्धस्तर पर जारी है। दुग्गल ने आगे बताया कि मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिए गए हैं, जबकि घायलों का इलाज किया जा रहा है। हादसे की गहराई से जांच करने और इसकी वजहों का पता लगाने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
हादसे के संभावित कारण | Possible Causes of the Incident
यह हादसा जिस स्थान पर हुआ, वहां निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन न किया जाना भी एक कारण हो सकता है। प्राथमिक जांच के अनुसार, मिट्टी की चट्टान और दीवार की कमजोर संरचना इस दुर्घटना का मुख्य कारण हो सकती है। इस तरह के निर्माण स्थलों पर सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन न करना आए दिन ऐसी घटनाओं का कारण बनता है। प्रशासन ने यह भी आशंका जताई है कि निर्माण कार्य के दौरान मलबे का उचित प्रबंधन नहीं किया गया, जिससे यह घटना घटी। इस मामले में कंपनी और ठेकेदार से भी पूछताछ की जाएगी।
इससे पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे | Similar Incidents in the Past
गुजरात में दीवार गिरने की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, जो कि लोगों के लिए चिंता का विषय हैं। हाल ही में दाहोद जिले में भी एक ऐसा ही हादसा हुआ था, जिसमें एक घर की दीवार गिरने से एक पांच साल के मासूम की मौत हो गई थी और उसके परिवार के अन्य सदस्य घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि राछर्डा गांव में यह घटना तड़के सुबह करीब तीन बजे हुई थी, जब भारी बारिश के कारण घर की कच्ची दीवार गिर गई और पूरा परिवार मलबे में दब गया। उस हादसे ने भी स्थानीय प्रशासन पर निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी का सवाल खड़ा कर दिया था।
राहत कार्य में शामिल उपकरण और प्रक्रिया | Rescue Operations and Equipment
घटना के बाद फंसे हुए मजदूरों को निकालने के लिए जेसीबी और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है। राहत दल की कोशिश है कि मलबे में फंसे सभी मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए। इस कार्य में बड़ी सावधानी बरती जा रही है, ताकि मलबा और न गिरे और किसी अन्य व्यक्ति को कोई नुकसान न हो। राहत कर्मियों का कहना है कि दीवार और मलबा काफी भारी है, इसलिए मजदूरों को सुरक्षित निकालने में समय लग सकता है।
प्रशासन की अपील और सुरक्षा के निर्देश | Administration’s Appeal and Safety Guidelines
इस हादसे के बाद प्रशासन ने सभी निर्माणाधीन परियोजनाओं पर सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करने की अपील की है। प्रशासन का कहना है कि निर्माण के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही से बचा जाए और मजदूरों को उचित सुरक्षा उपकरण प्रदान किए जाएं। गुजरात सरकार भी अब ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निर्माण स्थलों पर निगरानी बढ़ाने की योजना बना रही है।
हादसे के बाद का माहौल | Atmosphere Post-Incident
हादसे के बाद से जासलपुर गांव और आसपास के इलाकों में मातम पसरा हुआ है। पीड़ित परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल है, और स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर काफी नाराजगी है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि प्रशासन को ऐसे निर्माण कार्यों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।