अर्शद वारसी की ‘जोकर’ बात पर प्रभास का तगड़ा पलटवार, नाग अश्विन ने भी अपनी बात रखी!

पिछले कुछ दिनों से साउथ और बॉलीवुड के बीच बयानबाजी की आग फिर से भड़क उठी है, और इसका मुख्य कारण अरशद वारसी का विवादित बयान है। अरशद ने सुपरस्टार प्रभास के लिए ‘जोकर’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया, और बस फिर क्या था—साउथ इंडस्ट्री के सितारों और फैंस ने इसे दिल पर ले लिया। अब सोशल मीडिया पर अरशद की खासी धुनाई हो रही है!

याद दिलाते हैं कि कुछ समय पहले साउथ वर्सेज बॉलीवुड की लड़ाई ने खासा हंगामा मचाया था। दोनों इंडस्ट्री के स्टार्स खुलकर इस मुद्दे पर अपनी राय रखते नजर आए थे। समय के साथ मामला ठंडा हो गया था, लेकिन अरशद वारसी के ताजा बयान ने इसे फिर से गर्म कर दिया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में अरशद प्रभास की फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ के लिए उन्हें ‘जोकर’ कह रहे हैं। जैसे ही यह वीडियो लोगों के सामने आया, साउथ सिनेमा के फैंस का गुस्सा फुट पड़ा। अब इस पूरे विवाद पर डायरेक्टर नाग अश्विन ने भी अपना रिएक्शन दिया है, जो इस विवाद में एक और मोड़ डालने वाला हो सकता है।

अरशद वारसी ने प्रभास के रोल को बताया सर्कस का जोकर

प्रभास का किरदार नाग अश्विन ने निभाया है, और अरशद वारसी ने उसे जोकर कहकर आलोचना की है। इस पर फैन्स को उम्मीद थी कि डायरेक्टर इस पर कुछ तीखा और शानदार जवाब देंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला।

दरअसल, Unfiltered by Samdish के यू-ट्यूब चैनल पर अरशद वारसी ने खुलासा किया, “मैंने हाल ही में ‘कल्कि’ देखी, और सच बताऊं तो वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आई। प्रभास का अभिनय भी मेरे लिए एक बड़े झटके जैसा था; पूरी फिल्म में उन्होंने जोकर का रोल निभाया। मुझे इस फिल्म से मैड मैक्स जैसी धाकड़ एक्शन की उम्मीद थी, लेकिन फिल्म देखकर मैं बस निराश ही रह गया।”

अरशद की ये बेबाक टिप्पणियाँ अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, और दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बन गई हैं।

नाग अश्विन का चौंकाने वाला जवाब: उनकी सोच और दृष्टिकोण की झलक

फिल्म के डायरेक्टर नाग अश्विन ने इस विवाद पर एकदम शांत और ठंडे दिमाग से अपनी बात रखी। हाल ही में, एक यूजर ने एक्स पर “क्लिक” के एक सीन का क्लिप शेयर करते हुए लिखा, “ये एक सीन और पूरा बॉलीवुड।” इसमें प्रभास अपने तीर से युद्ध के मैदान में धमाल मचाते नजर आ रहे हैं। इस पर नाग अश्विन ने बेहतरीन तरीके से जवाब दिया, “हम कभी पीछे नहीं हटते, नॉर्थ-साउथ या बॉलीवुड-टॉलीवुड की बहसों में नहीं पड़ते। हम बड़ी चीज़ों पर फोकस करते हैं। अरशद साहब को सही शब्दों का चयन करना चाहिए था, लेकिन कोई बात नहीं, मैं उनके बच्चों के लिए बुज्जी खिलौने भेज दूंगा।

मामला यहीं खत्म नहीं हुआ! नाग अश्विन ने एक और ट्वीट का जवाब देते हुए कहा, “दुनिया में पहले ही इतनी नफरत है, हम और नफरत को बढ़ावा नहीं देना चाहते। मुझे पूरा यकीन है कि प्रभास भी यही चाहेंगे।” अब, यह भी किसी से छिपा नहीं है कि नाग अश्विन की “कल्कि 2898 एडी” ने दुनियाभर में 1000 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया है। इस सुपरहिट फिल्म को लेकर अरशद का बयान साउथ इंडस्ट्री के लोगों को बिलकुल भी पसंद नहीं आ रहा है।

अरशद वारसी का वायरल वीडियो: प्रभास की आलोचना के बाद साउथ सिनेमा पर खुलासा!

रेडिट और X पर इन दिनों एक पुराना वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें अर्शद वारसी साउथ फिल्मों के बारे में विवादित बयान दे रहे हैं। वीडियो में अर्शद वारसी का कहना है कि साउथ फिल्में देखने के लिए ‘दिमाग की ज़रूरत नहीं होती’। उनकी इस टिप्पणी ने एक नई बहस छेड़ दी है, खासकर तब जब उन्होंने हाल ही में प्रभास के किरदार पर नाग अश्विन की फिल्म ‘कल्कि 2898 एडी’ पर टिप्पणी की।

इस वीडियो के वायरल होने के बाद, इंटरनेट पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भड़क गई हैं। कई यूजर्स ने अर्शद वारसी की टिप्पणी को साउथ भारतीय सिनेमा के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण के रूप में देखा है। अर्शद का यह बयान, जो कि पहली बार सुनने में हल्का-फुल्का लग सकता है, साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के प्रति उनके नजरिए को लेकर गहरी नाराजगी पैदा कर रहा है। कुछ लोगों का मानना है कि यह रवैया ‘जानबूझकर’ या पूर्वाग्रहित हो सकता है।

इस वीडियो के सामने आने के बाद, साउथ सिनेमा के फैंस और फिल्म इंडस्ट्री के समर्थक अपने गुस्से का इज़हार कर रहे हैं। विश्णु मंजू ने भी इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठाई है और पूनम ढिल्लन की अगुवाई वाले CINETAA को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि अर्शद वारसी की टिप्पणी ने लोगों की भावनाओं को गहरी चोट पहुंचाई है। विश्णु का कहना है कि इस तरह की टिप्पणियों से सिनेमा की विविधता और उसकी सांस्कृतिक गहराई का सम्मान कम हो जाता है।

इस विवाद ने इंटरनेट पर तीखी बहस छेड़ दी है, और लोग अर्शद वारसी के बयान पर अपनी प्रतिक्रियाएं और विचार व्यक्त कर रहे हैं। साउथ फिल्मों के प्रति अपने प्यार और सम्मान को व्यक्त करने वाले पोस्ट और कमेंट्स की भरमार है, और यह स्पष्ट हो रहा है कि दर्शक और फिल्म प्रेमी इस मामले में कोई समझौता नहीं करने वाले हैं। यह मुद्दा साउथ भारतीय सिनेमा की गुणवत्ता और उसकी वैश्विक मान्यता के महत्व को भी उजागर करता है, और दर्शकों को यह याद दिलाता है कि सिनेमा एक कला है जो सभी संस्कृतियों और दर्शकों के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है।

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